
बुधवार सुबह ग़ज़ा की ज़मीन फिर गोलियों और मिसाइलों से दहल उठी। ग़ज़ा सिविल डिफ़ेंस के अनुसार, इसराइल के हवाई हमलों में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई, जिनमें चार बच्चे और एक नवजात शिशु शामिल हैं।
निशाने पर घर, अपार्टमेंट और तंबू कैंप
हमास-नियंत्रित प्रशासन के अनुसार, ये हमले तीन अलग-अलग जगहों पर हुए:
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दो आवासीय अपार्टमेंट को सीधा निशाना बनाया गया
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एक तंबू शिविर पर हमला हुआ
इन हमलों में एक ही परिवार के आठ सदस्य मारे गए, जबकि 24 लोग घायल हो गए हैं।
रेस्क्यू टीमें मलबे में खोज में जुटीं
ग़ज़ा सिविल डिफ़ेंस प्रवक्ता के मुताबिक़, बचाव दल घटनास्थलों पर सक्रिय हैं, मलबा हटाया जा रहा है और घायलों को इलाज के लिए पहुंचाया जा रहा है।

“हम अब भी शवों को निकालने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हैं,” – प्रवक्ता, ग़ज़ा सिविल डिफ़ेंस
मासूमों की मौत पर चुप्पी, इसराइली सेना की प्रतिक्रिया नहीं
अब तक इसराइली डिफेंस फोर्स (IDF) की ओर से इन हमलों को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़रें इस कार्रवाई पर टिकी हैं।
एक बार फिर ग़ज़ा के मासूमों पर गिरी बमों की बारिश – घरों को तबाह किया गया, ज़िंदगियाँ उखड़ीं और मातम पसरा है।
राजनीतिक बयानबाज़ी और सैन्य कार्रवाइयों के बीच जो सबसे ज़्यादा कुचले जाते हैं, वे हैं आम लोग – खासकर बच्चे।